Monday, November 23, 2020

पनरह त्र्प्रगस्त

त्र्प्राजु उहे दिन हS कि जहित्र्प्रा देस भारत से 
राज त्र्प्रंगरेजन के बुल्ला त्र्प्रास बिला गइल 
त्र्प्राजु उहे दिन हS कि जहीत्र्प्रा देस भारत में 
नया ग्यान नया मान नया शान त्र्प्रा गइल 
त्र्प्राजु उहे दिन हS कि जहीत्र्प्रा शहीदन का 
लोहू से पटावल बिरवा लहलह लहरागइल 
त्र्प्राजु उहे दिन हS कि जहीत्र्प्रा तिरंगा झंडा 
लालकिला दिल्ली पर फरफर  फहरा गइल 

त्र्प्राजु  त्र्प्रोहो दिन के त्र्प्रावS कइलS प्रतिज्ञा भइया 
कि मिल स्वतन्त्रता के मिली के बंचाइबिया 
तन जाई, जन जाई धन कन कन जाई 
त्र्प्रागा जे बढ़लबा डेग पाछां ना हटाइबि जा 
हमनी का केहू से झउरा के विचार नइखे 
झउरा जिन्ही उठइहे बिटी गरहा पढ़ाइबि जा 
सर कइ देहबि जा जे से ना उठइहे फेरु 
सरऊ के टांग घइ धइ खूब घिसीत्र्प्राइबी जा 

No comments:

Post a Comment